Sunday 18 June 2017

कविता - क्रिकेट और देशभक्ति

कविता - क्रिकेट और देशभक्ति


क्रिकेट से देशभक्ति नापने का
ये कैसा पैमाना है
सरहदों की जंग नहीं 
दिलों को जोड़ने वाला खेल है,
ये किसने हमें समझाना है।
क्रिकेट से देशभक्ति नापने का
ये कैसा पैमाना है

खेल तो खेल है, 
इसमें किसी ने क्या कर पाना है
एक की जीत तो
दूसरे ने हार जाना है
क्रिकेट से देशभक्ति नापने का
ये कैसा पैमाना है

आपने देशप्रेम गर सब को बताना है
क्रिकेट का तो न चलना बहाना है
देश तो मांगे आपकी निष्ठा का आधार
मेहनत व ईमानदारी की देश को दरकार
इसीलिए झूठी देशभक्ति का न चलना बहाना है
क्रिकेट से देशभक्ति नापने का
ये कैसा पैमाना है

- स्वर्ण दीप बोगल

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